रामदेवरा राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित है जो जैसलमेर से लगभग 119 किलोमीटर की दूरी पर और जोधपुर शहर से 195 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं और पोकरण से लगभग 12 से 15 किलोमीटर उत्तर में स्थित हैं। आज के इस लेख में आपको रामदेवरा में घूमने की जगह (Ramdevra Mein Ghumne Layak Jagah) और घूमने से संबधित संपूर्ण जानकारी जानने को मिलेगी।
दोस्तो राजस्थान के जैसलमेर जिले में बाबा राम देव जी का एक प्रसिद्ध मंदिर भी स्थित है। जिसके बारे में भी जानकारी जानने को मिलेगी इस आप इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें तो चलिए बिना देरी किए हुए शुरू करते हैं...।
रामदेवरा में घूमने की खूबसूरत जगह-(Ramdevra Mein Ghumne Layak Jagah):
- रामदेवरा मंदिर
- परचा बावड़ी
- डाली बाई कंगन
- रामदेव जी पैनोरमा
- कैलाश टेकरी:
- राम सरोवर
- गुरु बालीनाथ जी का आश्रम
- पंच पीपली
- श्री आशापुरा माता जी मंदिर
- पोकरण किला:
1.रामदेवरा मंदिर:
दोस्तो रामदेवरा में बाबा राम देव जी का एक प्रसिद्ध मंदिर है जिसे पर्यटक स्थल और धार्मिक स्थल के रूप में भी माना जाता हैं बाबा राम देव जी के मंदिर में रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए जाते हैं। रामदेवरा में स्थित बाबा राम देव जी का मंदिर में सबसे ज्यादा भीड़ भाद्रपद माह में देखने को मिलती है।
बाबा राम देव जी का मंदिर जैसलमेर से मात्र 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं और यहां श्रद्धालु देश के हर कोने से बाबा राम देव जी के दर्शन करने के लिए जाते है।
2.परचा बावड़ी:
रामदेवरा मंदिर के पास एक परचा बावड़ी स्थित है जो की देखने लायक है और इस परचा बावड़ी का निर्माण विक्रमा स्वच्छ ने करवाया था जो कि 1857 ई में संपूर्ण हुआ था यह बावड़ी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। जिसके दर्शन करने के लिए लाखो श्रद्धालु सैकड़ों सीढ़ियां उतर कर दर्शन करने के लिए जाते हैं।
इस बावड़ी के जल की शुद्धता और पवित्रता काफी अधिक है ऐसा माना जाता हैं कि इस बावड़ी में स्नान करने से मन को काफी शांति प्राप्त होती है। इस लिए आप रामदेवरा मंदिर के ट्रिप के दौरान परचा बावड़ी को देखने के लिए जरूर जाएं।
3.डाली बाई कंगन:
दोस्तो वहीं डाली बाई कंगन भी राम देव जी के मंदिर में ही स्थित है जितने भी श्रद्धालु बाबा राम देव जी के दर्शन करने के लिए जाते है वही पास में स्थित इस डाली बाई कंगन जो लाखों लोगों के लिए एक आस्था का प्रतीक माना जाता हैं। ऐसा माना जाता हैं कि इस डाली बाई कंगन से भी श्रद्धालु निकलता है।
तो उसके मन को काफी ज्यादा शांति और अच्छा महसूस होता है। डाली बाई बाबा राम देव जी की बहन थी जो कि बाबा राम देव जी को एक पेड़ के नीचे नवजात शिशु के रूप में मिली थी।
4.रामदेव जी पैनोरमा:
रामदेवरा मंदिर के पास में ही रामदेव जी पैनोरमा भी स्थित है यहां पर दिखाए गए सभी पर्चो का विस्तृत का उल्लेख किया गया हैं और यहां पर सभी और अलग- अलग आकृतियां और फोटो माध्यम से सजाकर रखा गया हैं। इस लिए इस पैनोरमा को किसी म्यूजियम से कम नहीं माना जाता हैं।
यदि आप रामदेवरा में घूमने के लिए ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो आप इस जगह को अपने ट्रिप प्लान में जरूर शामिल करे और रामदेव जी पैनोरमा घूमने के लिए एक सुनहरा मौका हो सकता है।
5.कैलाश टेकरी:
रामदेवरा में घूमने के लिए कैलाश टेकरी एक काफी प्राचीन और एक प्रसिद्ध जगह है यह कैलाश टेकरी दुर्गा मंदिर के नाम से काफी ज्यादा प्रसिद्ध हैं। इस कैलाश टेकरी का निर्माण सन् 1550 ई में बाबा रामदेव जी ने करवाया था। पोकरण से इस कैलाश टेकरी की दूरी मात्र 3 किलोमीटर की है और रामदेवरा से इस किले की दूरी लगभग 10 से 12 किलोमीटर की है।
6.राम सरोवर:
दोस्तो पश्चिमी राजस्थान में पानी की परेशानी आज भी है और पुराने जमाने में भी राजस्थान में पानी की काफी ज्यादा परेशानी रही थी इस लिए राजस्थान में इस परेशानी को देखते हुए श्री राम देव जी ने एक तालाब खुदवाया था। जिसे राम सरोवर के नाम से जाना जाता हैं।
दोस्तो यह सरोवर श्री राम देव जी के मंदिर जी के पीछे की तरफ स्थित है यह तालाब 175 एकड़ में फैला हुआ है और 25 फिट गहरा है और इस तालाब से आज भी पश्चिमी राजस्थान के कुछ गांवों में पानी की पूर्ति हो रही हैं।
7.गुरु बालीनाथ जी का आश्रम:
रामदेवरा जी के पास रामदेव जी के गुरु बालीनाथ जी का दूना और आश्रम मौजूद है गुरु बालीनाथ जी का दूना रामदेवरा से 12 किलोमीटर दूर पोकरण में स्थित है। ऐसा माना जाता हैं कि रामदेव जी बालक अवस्था में यही पर शिक्षा ग्रहण की थी।
आज भी यहां पर पोकरण के पक्षी में सलम सागर और रामदेव सरोवर तालाब स्थित है जहां पर गुरु बालीनाथ जी के आश्रम पर प्रतिवर्ष मेले का आयोजन किया जाता हैं और मेले के साथ लाखो की संख्या में श्रद्धालु गुरु जी के दूने पर आकर अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं।
8.पंच पीपली:
बाबा राम देव जी के कई पर्चे आज भी विख्यात है उसमें से एक पर्चा पंच पीपली से जुड़ा हुआ है ऐसा कहा जाता है कि एक समय में मक्का मदीना से पांच पीर बाबा राम देव जी के यहां रामदेवरा में अतिथि बनकर आए थे उस समय उन अतिथियों ने भोजन के समय खुद के कटोरे के अलावा भोजन ग्रहण करने का प्रण बाबा राम देव जी के सामने आया।
तब ऐसा बताया जा रहा है कि बाबा राम देव जी ने रामदेवरा गांव के पूर्व में स्थित एक्का गांव में पांच पीपली को लगाकर अपना एक पर्चा बताया था।
9.श्री आशापुरा माता जी मंदिर:
श्री आशापुरा माता जी का मंदिर पोखरण में घूमने के लिए एक मुख्य जगह है श्री आशापुरा मंदिर एक प्रसिद्ध मंदिर है यह मंदिर पोखरण में पश्चिम की तरफ स्थित हैं। यह मंदिर मुख्य बाईपास सड़क के पास में स्थित हैं यहां पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु माता जी के दर्शन करने के लिए आते है।
इस मंदिर को काफी सुंदरता को ध्यान में रखकर बनाया गया हैं इस मंदिर के मंडप को पूरे कांच के द्वारा सजाया गया हैं। इस मंदिर में माता जी की सुंदर प्रतिमा स्थापित है जिसके दर्शन करने के लिए और अपनी मनोकामना की श्रद्धा पूरी करने के लिए जाते है।
10.पोकरण किला:
दोस्तो पोकरण का किला पोकरण का एक मुख्य पर्यटन स्थल है पोकरण किला एक प्राचीन और प्रसिद्ध किला है जिसका निर्माण बलुआ के पत्थर से किया गया है रामदेवरा से इस किले की दूरी लगभग 11 किलोमीटर की है और इस किले का द्वार बहुत ही भव्य और बहुत बड़ा द्वार है।
पोकरण के किले के द्वार को लकड़ी से बनाया गया है लेकिन यह द्वार देखने में बहुत ही सुंदर लगता है और इस किले के अंदर आपको बहुत सारी प्राचीन वस्तुओं का संग्रह देखने को मिलता है।
नोट: पोकरण के इस किले में भारतीय पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 50 रूपये है और विदेशी पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 200 रुपए रहती है।
रामदेवरा में घूमने का सबसे अच्छा समय:
दोस्तो रामदेवरा एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है और किसी भी धार्मिक स्थल पर घूमने के लिए कोई उचित समय नहीं होता हैं इस लिए आप जब चाहे तब रामदेवरा में घूमने के लिए जा सकते हैं लेकिन मौसम के आधार पर देखा जाए तो बाबा राम देव जी के मंदिर के दर्शन करने और रामदेवरा में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक के महीने तक होता है।
क्योंकि वहीं गर्मियों के मौसम में जैसलमेर का तापमान अधिक रहता हैं जो साधारण तथा ज्यादातर लोग गर्मियों के मौसम में यहां जाना पसंद नहीं करते हैं। इस लिए रामदेवरा में घूमने के लिए अधिकतर लोग सर्दियों के मौसम में जाते है।
रामदेवरा कैसे पहुंचे:
रामदेवरा में घूमने की जगह (Ramdevra Mein Ghumne Layak Jagah) के बारे में जानने के बाद अब यहां कैसे पहुंचे इसके बारे मे बताते है तो दोस्तो रामदेवरा में पहुंचने के लिए अपने पास तीन ऑप्शन है जिसमें से पहला फ्लाइट के द्वारा, दूसरा ट्रेन के द्वारा और तीसरा सड़क मार्ग द्वारा रामदेवरा कैसे पहुंचते है।
1.फ्लाइट से रामदेवरा कैसे पहुंचे:
फ्लाइट से रामदेवरा पहुंचने के लिए रामदेवरा गांव का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जैसलमेर एयरपोर्ट है जहां से बाबा राम देव जी की मंदिर की दूरी 136 किलोमीटर की हैं। जैसलमेर एयरपोर्ट देश के कुछ प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं।
जैसलमेर एयरपोर्ट से आप बस के पोकरण जा सकते हैं और वहां से टैक्सी के द्वारा रामदेवरा तक बड़ी आसानी से पहुंचा जा सकता हैं और बाबा रामदेव जी के दर्शन कर सकते हैं।
2.ट्रेन से रामदेवरा कैसे पहुंचे:
अब बात करते है कि ट्रेन से रामदेवरा कैसे पहुंचते हैं तो दोस्तो रामदेवरा में भी एक छोटा सा रेलवे स्टेशन है लेकिन यह छोटा रेलवे स्टेशन होने की वजह से यह राजस्थानी के कुछ ही शहरो से जुड़ा हुआ है। इस लिए आप जोधपुर, जैसलमेर या फिर जयपुर के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं।
जो की देश के कई सारे बड़े शहरों से काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं इन तीनों शहरों से आप रामदेवरा के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं और इसके अलावा बस और टैक्सी की भी सुविधा रामदेवरा मंदिर तक पहुंचने के लिए आसानी से मिल जायेगी।
3.बस से रामदेवरा कैसे पहुंचे:
तो दोस्तो बस से रामदेवरा पहुंचने के लिए देश के कई सारे शहरों से डायरेक्ट रामदेवरा के लिए सरकारी और प्राइवेट बसें चलती है रामदेवरा मंदिर जोधपुर और जैसलमेर के रोड पर स्थित है जो की पोकरण से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।
यदि आप अपनी यात्रा सड़क मार्ग द्वारा करते है तो ध्यान रहे कि निकटतम बस स्टैंड पोकरण बस स्टैंड है। जो की रामदेवरा से लगभग 14 किलोमीटर की दूरी पर है।
रामदेवरा में रुकने की व्यवस्था:
तो दोस्तो अब बात करते है कि रामदेवरा में रुकने की व्यवस्था कहां और कैसी है तो आपको बता दें कि रामदेवरा में रुकने के लिए बाबा राम देव जी के मंदिर के आस पास आपको कई सारी धर्मशाला और प्राइवेट होटल की सुविधा मिल जाती है।
यहां पर धर्मशाला का किराया 300 से 500 रुपए तक रहता हैं और इन धर्मशाला में आपको सारी सुविधा भी मिलती है और वही प्राइवेट होटल का किराया 600 से 900 रुपए तक रहता हैं जिसमे आपको सारी सुविधा देखने को मिल जाती हैं।
रामदेवरा में घूमने की जानकारी:
यदि आप यह सोच रहे हैं कि रामदेवरा में घूमने लायक जगह पर विजिट कैसे करें तो दोस्तो आपको बता दें कि रामदेवरा में पहुंचने के बाद आपको यहां ऑटो और निजी कैप की सुविधा मिल जाएगी। जिसके द्वारा आप रामदेवरा मंदिर के दर्शन करने के साथ- साथ रामदेवरा के अन्य दर्शनीय स्थल और पर्यटक स्थल पर घूम सकते हैं।
दोस्तो इसके अलावा यदि आप जैसलमेर की तरफ भी घूमना चाहते हैं तो आप निजी वाहन या रेल मार्ग के द्वारा जैसलमेर पहुंच सकते हैं और आप जैसलमेर की भी सैर कर सकते हैं।
रामदेवरा में घूमने के लिए कितने दिन लगते हैं?:
दोस्तो यदि आप जैसलमेर या जोधपुर शहरों से जुड़े हुए हैं तो आप एक दिन में रामदेवरा मंदिर के साथ- साथ रामदेवरा में घूमने की जगह को भी अच्छी तरह से घूम सकते है और आप वापस अपने शहर के लिए रवाना हो सकते है।
लेकिन यदि आपका शहर रामदेवरा से काफी दूर है तो आप रामदेवरा में घूमने के लिए कम से कम 2 दिन का ट्रिप प्लान जरूर बनाएं ताकि आप इस लेख में बताई गई जगह को अच्छी तरह से घूम सकें।
रामदेवरा घूमने का खर्चा
रामदेवरा में 800 रुपए दो दिन का खाने पीने का खर्च और 800 रुपए होटल का के किराए का खर्च और 1000 रुपए रामदेवरा में घूमने के लिए ऑटो या जीप का किराया, 200 रुपए का प्रसाद और 50 रूपये पोकरण फोर्ट की एंट्री फीस आदि।
इस लेख में रामदेवरा में घूमने का कुल खर्च बताए गए अगर आप रामदेवरा में घूमने के लिए 2 दिन का टूर प्लान बनाते है तो आपका कुल खर्चा 2500 से 3000 रुपए तक का हो सकता हैं।
निष्कर्ष:
आज के इस लेख में रामदेवरा में घूमने की जगह (Ramdevra Mein Ghumne Layak Jagah) के बारे में और यहां कैसे पहुंचे, कहां घूमें, कहां रूके और यहां घूमने का कुल खर्चा कितना होगा आदि सभी चीजों के बारे में विस्तार रूप से जानकारी दी है। ये जानकारी आपको कैसी लगी आप कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
FAQs:
Quest.1 रामदेवरा में दर्शन करने का समय क्या है?
Ans.दोस्तो आपको बता दें कि रामदेवरा में बाबा राम देव जी का मंदिर सुबह के 04 बजे खुल जाता है और आप सुबह के समय में बाबा राम देव जी के दर्शन करने की कोशिश करें।
Quest.2 रामदेवरा मंदिर में आरती कितने बजे होती हैं?
Ans.बाबा राम देव जी की आरती सुबह के 08:00 बजे और शाम के 07:00 बजे आरती होती हैं।
Quest.3 रामदेवरा का मेला कब शुरू होगा 2024 में?
Ans.रामदेवरा का मेला 5 सितंबर से शुरू हो जाता है और 13 सितंबर तक रहता हैं। रामदेवरा के इस मेले को आप एक बार जरूर जाएं।