इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि इस मंदिर में तीन छोटे शिवलिंग है जो की ब्रह्मा, विष्णु और महेश जी के रूप में पूजे जाते हैं। कहते है कि इस त्र्यंबकेश्वर मंदिर को तीसरे पेशवा साहब ने बनवाया था जो कि एक खास तरह का पत्थर होता हैं इस मंदिर में दर्शन करने के लिए काफी दूर- दूर से श्रद्धालु यहां आते हैं।
त्र्यंबकेश्वर में घूमने की खूबसूरत जगह-(Best Places to Visit in Trimbakeshwar in Hindi):
त्र्यंबकेश्वर में घूमने की जगह | शहर से दूरी/किमी. |
---|---|
त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर (Trimbakeshwar Jyotirling) | कुछ ही दूरी पर |
नील पर्वत (Neel Parvat) | 1.6 किमी की दूरी |
गोरखनाथ गुफा (Gorakhnath Gufa) | 2.6 किमी की दूरी |
कुशावर्त तीर्थ (Kushavart Tirth) | 600 मीटर की दूरी |
ब्रह्मगिरी पर्वत (Brahmagiri Parvat) | 1.9 किमी की दूरी |
श्री गंगा गोदावरी मंदिर (Ganga Godavari Temple) | 6-700 मीटर की दूरी |
राम तीर्थ (Shri Ram Tirth) | कुछ ही दूरी पर |
अंजनेरी पर्वत (Anjneri Parvat) | 10 से 12 किलोमीटर |
1.त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर:
दोस्तो नाशिक जिले से लगभग 36 किमी की दूरी पर स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर भगवान शिव जी को समर्पित मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण पेशवा बाला जी बाजीराव द्वारा करवाया गया था। यह मंदिर यहां आने वाले पर्यटकों और तीर्थ यात्रियों दोनों के लिए बहुत ही खास है।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर परिसर में स्थित पवित्र तालाब या कुंड कुशा वर्त को गोदावरी नदी का उत्तम स्थल कहा जाता है यह मंदिर अपनी वास्तुकला में समृद्ध है और अपनी आकर्षण मूर्तियों के लिए काफी ज्यादा जाना जाता हैं।
2.नील पर्वत:
ब्रह्मगिरी पहाड़ियों की पूर्वी ऊंचाई पर और त्र्यंबकेश्वर मंदिर के पास स्थित नील पर्वत भी त्र्यंबकेश्वर में देखने लायक जगहों में से एक है। इस पर्वत पर चढ़ने के लिए 300 या 350 से अधिक सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। आपको उस स्थान का पता लगाने के लिए अधिक प्रयास नहीं करना पड़ेगा क्योंकि उसका पता लगाना बहुत ही आसान है।
यहां वाहनों की अनुमति नहीं है। सूर्यास्त के समय प्राकृतिक दृश्य नील पर्वत का मुख्य आकर्षण है। जब आप पर्वत पर चढ़ते है तो ऊपर से पूरा त्र्यंबकेश्वर देखने को मिलता हैं यह दृश्य काफी ज्यादा देखने लायक होता हैं।
3.गोरखनाथ गुफा:
दोस्तो गोरखनाथ गुफा एक काफी ज्यादा प्रसिद्ध दरार या गुफा है और यह ब्रह्मगिरि पहाड़ियों के आरोही किनारे पर स्थित हैं। इस गुफा में आपको काफी ज्यादा सुंदर व आकर्षक नक्काशी देखने को मिलती है। गोरखनाथ गुफा का स्थान गंगा देवी मंदिर के निकट है।
यदि आप त्र्यंबकेश्वर में घूमने की जगह के लिए ट्रिप का प्लान बना रहे हैं तो आप अपनी लिस्ट में इस गोरखनाथ गुफा की जगह घूमने के लिए जरूर शामिल करे।
4.कुशावर्त तीर्थ:
कुशावर्त तीर्थ त्र्यंबकेश्वर में घूमने की सबसे अच्छी जगह में से एक है पुराणों के अनुसार इस तीर्थ में स्नान करने से आपके मन को काफी ज्यादा शांति महसूस होती हैं। त्र्यंबकेश्वर मंदिर के दर्शन करने से पहले इस तीर्थ में स्नान किया जाता हैं यह कुशावर्त तीर्थ गोदावरी नदी का स्रोत है।
दोस्तो कहा जाता है कि ब्रह्मगिरी पर्वत से गोदावरी बार-बार लुप्त हो जाती थी। गोदावरी के पलायन को रोकने के लिए गौतम ऋषि ने एक कुशा की मदद से गोदावरी को एक बंधन में बांध दिया था। उसके बाद से इस तीर्थ में हमेशा पानी रहता है।
5.ब्रह्मगिरी पर्वत:
त्र्यंबकेश्वर में ब्रह्मगिरी पर्वत एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है यहां जाने के लिए 1800 फिट तक की ऊंचाई चढ़ना पड़ता हैं ऊपर जाने के लिए सीढ़ियां बनी हैं ब्रह्मगिरी पर्वत से गोदावरी नदी का उद्गम होता है। पर्वत पर एक शिव मंदिर स्थित है जिसे जटा शिव मंदिर कहा जाता है।
दोस्तो यदि आप त्र्यंबकेश्वर में घूमने की जगह को घूमने का ट्रिप प्लान बना रहे हैं तो आप अपने ट्रिप प्लान में इस जगह को भी जरूर शामिल करें।
6.श्री गंगा गोदावरी मंदिर:
त्र्यंबकेश्वर में घूमने वाली सबसे खास जगह में सबसे सर्वश्रेष्ठ गंगा गोदावरी मंदिर है यह मंदिर कुशावर्त तीर्थ के पास में ही है और श्री गंगा गोदावरी मंदिर के दर्शन करने के लिए और पवित्र राम तीर्थ में डुबकी लगाने के लिए यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है।
मंदिर के पुजारी के अनुसार यह नासिक में 12 वर्षों के कुंभ मेला चक्र के दौरान खुलता है और मंदिर के कपाट अगले 12 वर्षों के लिए कुंभ की समाप्ति के साथ ही बंद कर दिए जाते हैं और मंदिर के कपाट बंद हो जाने से यहां श्रद्धालु मंदिर के बाहर से पूजा करते हैं।
7.राम तीर्थ:
राम तीर्थ नाम नासिक के सबसे खास तीर्थ स्थलों में और पर्यटन स्थलों में शामिल है राम कुंड तीर्थ स्थल अपने आप में एक बहुत ही बड़ा धार्मिक महत्व रखता है ऐसा बताया जाता हैं कि इस तीर्थ में भगवान राम ने अपने बनवास के दौरान इसी तीर्थ में स्नान किया था।
जिसकी वजह से इस तीर्थ का नाम राम तीर्थ पड़ गया था और इसे राम कुंड के नाम से भी जाना जाता हैं। इस तीर्थ के पानी में बहुत महत्व है और इसके पवित्र जल में डुबकी लगाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आते है।
8.अंजनेरी पर्वत:
दोस्तो त्र्यंबकेश्वर में घूमने के लिए यह एक प्रसिद्ध और सबसे अच्छा पर्यटन है जो की त्र्यंबकेश्वर के रोड पर स्थित है और यह त्र्यंबकेश्वर शहर से करीबन 10 से 12 किलोमीटर है और इस पर्वत को भगवान श्री हनुमान जी के जन्म स्थान के लिए काफी ज्यादा जाना जाता है। दोस्तो इस पर्वत तक पहुंचने का जो सफर रहता हैं वो काफी सुंदर और सुशील रहता हैं।
क्योंकि दोस्तो अंजनेरी पर्वत के आस पास का नजारा काफी देखने लायक जगहों में से एक है इसके आस पास आपको कई झरने देखने को मिलते है और यह जगह ट्रैकिंग के लिए भी काफी ज्यादा जानी जाती है।
त्र्यंबकेश्वर को कौन से महीने में जाना चाहिए?:
वैसे तो आप त्र्यंबकेश्वर में घूमने के लिए किसी भी समय यहां जा सकते हैं लेकिन यहां जाने का सबसे अच्छा समय सर्दियों का मौसम माना जाता है जो की अक्टूबर के महीने से लेकर मार्च तक के महीने तक रहता हैं क्योंकि इन महीनों के बीच में काफी सारे त्यौहार होते है।
जैसे- दिवाली, नवरात्रि, महाशिवरात्रि आदि जैसे कई पर्व होते है जिससे कि यहां श्रद्धालुओं की काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है और साथ ही इन महीनों के बीच में यहां का मौसम भी काफी ज्यादा सुहावना रहता हैं।
त्र्यंबकेश्वर को कैसे पहुंचे-(How to Reach trimbakeshwar):
त्र्यंबकेश्वर को आप बड़ी ही आसानी के साथ पहुंच सकते हैं और आपको बता दें कि यहां पहुंचने के लिए आपके पास तीन ऑप्शन है जिसकी मदद से त्र्यंबकेश्वर को पहुंचा जा सकता हैं जो की है बस के द्वारा, फ्लाइट के द्वारा और ट्रेन के द्वारा इन तीन ऑप्शन की मदद से आप बड़ी आसानी से पहुंच सकते हैं।
1.ट्रेन के द्वारा त्र्यंबकेश्वर कैसे पहुंचे:
आपको बता दें कि त्र्यंबकेश्वर का निकटतम रेलवे स्टेशन नाशिक में है जो की भारत देश के सभी रेलवे स्टेशन से काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप अपने शहर से नाशिक रेलवे स्टेशन तक पहुंचने के बाद यहां से बस या टैक्सी द्वारा आसानी से त्र्यंबकेश्वर तक पहुंच सकते हैं।
{अपने शहर}--------{नाशिक रोड}--------{त्र्यंबकेश्वर}
2.फ्लाइट के द्वारा त्र्यंबकेश्वर कैसे पहुंचे:
त्र्यंबकेश्वर का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट नाशिक का इंटरनेशनल एयरपोर्ट है जो की देश के सभी शहरो के एयरपोर्ट के द्वारा काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और इस एयरपोर्ट से त्र्यंबकेश्वर मंदिर की दूरी 56 किमी की रह जाती हैं।
{अपने शहर}-----{नाशिक इंटरनेश. एयरपोर्ट}-----{त्र्यंबकेश्वर}
3.बस के द्वारा त्र्यंबकेश्वर कैसे पहुंचे:
यदि आप बस के द्वारा त्र्यंबकेश्वर तक जाना चाहते हैं तो महाराष्ट्र के विभिन्न शहरो से सड़कों द्वारा काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है जिनके जरिए आप देश के किसी भी हिस्से से महाराष्ट्र पहुंच करके वहां से त्र्यंबकेश्वर तक की सुविधा ले सकते है।
{अपने शहर}-----{महाराष्ट्र}-----{नाशिक}-----{त्र्यंबकेश्वर}
त्र्यंबकेश्वर में रुकने की जगह-(Whare to Stay in Trimbakeshwar):
दोस्तो त्र्यंबकेश्वर एक ऐसा धार्मिक स्थल है जहां पर आपको कई सारे धर्मशाला और प्राइवेट होटल देखने को मिलते है जिन्हें आप बुक करके स्टे कर सकते हैं लेकिन यदि आप त्र्यंबकेश्वर मंदिर के दर्शन करने और त्र्यंबकेश्वर में घूमने की जगह को घूमने के लिए फैमिली और दोस्तो के साथ जा रहे है और आप त्र्यंबकेश्वर में रुकने के लिए एक अच्छी जगह खोज रहे हैं।
यदि आप एक अच्छी लोकेशन पर रूम की बुकिंग करना चाहते हैं तो आप त्र्यंबकेश्वर में नाशिक बस स्टैंड के पास या त्र्यंबकेश्वर मंदिर के आस पास अपने रूम की बुकिंग कर सकते हैं क्योंकि इन जगह पर आपको काफी अच्छे अच्छे रूम और कम दामों में मिल जाते है। इन रूमों का एक नाइट का किराया लगभग 1000 से 2000 रुपए के अंदर ही रहता है।
- माहेश्वरी भक्त निवास
- त्र्यंबकेश्वर यात्री निवास
- निर्मल पैलेस त्र्यंबकेश्वर
- ओम धाम धर्मशाला
- होटल ध्रुव पैलेस
- होटल गंगा निवास
त्र्यंबकेश्वर में घूमने के लिए कितने दिन चाहिए?:
त्र्यंबकेश्वर में घूमने के लिए आपके पास कम से कम 2 से 3 दिन का समय होना चाहिए जिससे कि आप यहां की सभी जगह को काफी अच्छी तरह से घूम सकें और साथ ही थोड़ी बहुत जानकारी प्राप्त कर सकें।
और पढ़े: सिरोही में घूमने वाली सबसे अच्छी जगह
त्र्यंबकेश्वर में घूमने का खर्चा:
दोस्तो अगर बात करें कि इस त्र्यंबकेश्वर की यात्रा में आपका कुल खर्चा कितना आएगा तो आपको बता दें कि त्र्यंबकेश्वर की इस यात्रा में आपका कुल खर्चा ₹3500 से ₹4500 तक का हो सकता हैं। इस खर्चे में त्र्यंबकेश्वर में रहने का, खाने पीने का और घूमने का खर्चा जोड़ा है जो कि सिर्फ एक व्यक्ति का यह खर्चा है।
यदि आप अपने परिवार या दोस्तो के साथ यहां घूमने के लिए आते है तो आपका उसी हिसाब से खर्चा जुड़ जाएगा और ये आपके ऊपर भी निर्भर करता है कि आप किस तरह खर्चा करते हैं।
त्र्यंबकेश्वर के आस पास घूमने की जगह:
- सप्तश्रृंगी देवी मंदिर
- भंडारदरा हिल स्टेशन
- इगतपुरी हिल स्टेशन
- अलंग किला
- पांडव लेनी
- गोरखनाथ गुफा
निष्कर्ष:
दोस्तो आज के इस लेख में त्र्यंबकेश्वर में घूमने की जगह (Trimbakeshwar me Ghumne ki Jagah) और यहां कैसे पहुंचे, यहां कौन से महीने में जाना चाहिए और घूमने का कुल खर्चा कितना होगा आदि सभी चीजों के बारे बहुत ही अच्छी जानकारी दी है और यह जानकारी पसंद आई हो तो आप हमे कॉमेंट जरूर करें और इसे अपने दोस्तो के पास शेयर जरूर करें।
FAQ:
Quest.1 नासिक से त्र्यंबकेश्वर मंदिर की दूरी कितनी है?
Ans.नाशिक शहर से त्र्यंबकेश्वर मंदिर की दूरी लगभग 28 से 38 किमी की है जिसे आप बड़ी आसानी से बस या टैक्सी द्वारा पहुंच सकते हैं।
Quest.2 त्र्यंबकेश्वर में कौन सी नदी बहती हैं?
Ans.त्र्यंबकेश्वर के पास में गोदावरी नदी बहती है इसे दक्षिण गंगा के नाम से भी जाना जाता हैं।
Quest.3 त्र्यंबकेश्वर का सबसे खूबसूरत पर्यटक स्थल कौन सा है?
Ans.त्र्यंबकेश्वर में सबसे खूबसूरत पर्यटक स्थल ब्रह्मगिरी पर्वत है जहां जाने के लिए 1800 फिट की ऊंचाई चढ़नी पड़ती हैं।