तिरुपति बालाजी दर्शन के नियम 2024-दर्शन करने की पूरी जानकारी हिंदी में

दोस्तो तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए हजारों और लाखों की संख्या में श्रद्धालु तिरुमाला पहुंचते है। लेकिन दोस्तो बहुत से लोग ऐसे होते है जो पहली बार तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए जाते है और उन्हें तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के नियम नहीं पता होते हैं इस लिए आज के इस लेख में हम आपको तिरुपति बालाजी दर्शन के नियम 2024 Tirupati Balaji Darshan ke Niyam के नए नियम के बारे में विस्तार से बताऊंगा।

तिरुपति बालाजी दर्शन के नियम 2024

इस लेख को पढ़ने के बाद आप बड़ी आसानी से बिना किसी परेशानी के तिरुपति बालाजी जी के दर्शन कर पाएंगे इस लिए यह आर्टिकल आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता हैं तो चलिए बिना देरी किए हुए शुरू करते हैं।

तिरुपति बालाजी दर्शन के नियम 2024-(Tirupati Balaji Darshan ke Niyam 2024):

दोस्तो यह आर्टिकल उन सभी वेंकटेश्वर स्वामी भक्तों के लिए है जिन्हें बहुत सारा कन्फ्यूजन रहता है कि तिरुपति जाने के बाद तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए हमें कौन सा क्रम अपनाना चाहिए। इस लिए आप इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें जिससे कि आपके सारे डाउट क्लियर हो जाएंगे।

  • माता पद्मावती के दर्शन कैसे करें 
  • भगवान श्री गोविंद राजू के दर्शन कैसे करें 
  • स्वामी पुष्करणी तीर्थ में स्नान जरूर करें 
  • श्री आदिवराह स्वामी के दर्शन कैसे करें 
  • तिरुपति बालाजी के दर्शन कैसे करें 

1.माता पद्मावती के दर्शन कैसे करें:

दक्षिण भारत में मान्यता यह है कि भगवान विष्णु जी के दर्शन करने से पहले हमे माता लक्ष्मी जी के दर्शन करना चाहिए इसी लिए भगवान बालाजी के दर्शन करने से पहले हमे माता लक्ष्मी जी के दर्शन करना चाहिए और यहां मां लक्ष्मी माता पद्मावती के रूप में विराजमान हैं।

माता पद्मावती के दर्शन कैसे करें

इस लिए दोस्तो जैसे ही आप तिरुपति में पहुंचने है तो तिरुपति के रेलवे स्टेशन से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर तिरुचनूर में माता लक्ष्मी या माता पद्मावती का भव्य मंदिर स्थित है और इस मंदिर तक आप बड़ी आसानी से टैक्सी के द्वारा पहुंच जाते हैं और माता पद्मावती के दर्शन पूरे कर सकते हैं।

2.भगवान श्री गोविंद राजू के दर्शन कैसे करें:

दोस्तो तिरुपति रेलवे स्टेशन के पास ही लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर श्री गोविद राजू मंदिर भी है जो कि बहुत ही भव्य मंदिर है और इस मंदिर की काफी ज्यादा मान्यताएं हैं इस लिए आप एक बार इस भगवान विष्णु जी को समर्पित इस मंदिर में दर्शन जरूर कर लें।


दोस्तो कुछ शास्त्रों के अनुसार भगवान गोविद राजू जी को भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के बड़े भाई के रूप में पूजा जाता है इस लिए आप इस मंदिर में भगवान श्री गोविंद राजू जी के दर्शन जरूर करें।

3.स्वामी पुष्करणी तीर्थ में स्नान जरूर करें:

इन सभी जगह पर दर्शन करने के बाद आपको तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने से पहले श्री पुष्करणी तीर्थ में स्नान जरूर करना चाहिए यदि आप किसी कारण वस स्नान नहीं कर पाते है या आप पहले से ही स्नान किए होते है तो आप अपने ऊपर थोड़ा सा जल जरूर छिड़के। स्वामी पुष्करणी नदी तिरुमाला मंदिर से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।

स्वामी पुष्करणी तीर्थ में स्नान जरूर करें

4.श्री आदिवराह स्वामी के दर्शन कैसे करें:

दोस्तो तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने से पहले आपको श्री आदिवराह स्वामी जी के दर्शन करना चाहिए जो कि स्वयं श्री विष्णु भगवान के अवतार है और यह जानकारी बहुत ही कम लोगों को पता होता है। दरअसल तिरुमाला के पहाड़ों के असली मालिक श्री आदिवराह स्वामी जी ही है इसी लिए इसे आदिवराह के क्षेत्र के नाम से भी जाना जाता हैं।


तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने से पहले श्री आदिवराह स्वामी के दर्शन इस लिए किए जाते है क्योंकि श्री वेंकटेश्वर स्वामी जी ने स्वयं श्री आदिवराह स्वामी जी को प्रोमिस किया था कि पहली पूजा और पहला दर्शन श्री आदिवराह स्वामी जी का ही किया जाएगा। 


इस लिए हम सभी भक्त श्री वेंकटेश्वर स्वामी यानी तिरुपति बालाजी जी को प्रसन्न करने के लिए सबसे पहले श्री आदिवराह स्वामी जी के दर्शन करते हैं श्री आदिवराह स्वामी जी का मंदिर पुष्करणी तीर्थ से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर है।

5.तिरुपति बालाजी के दर्शन कैसे करें:

दोस्तो अब अगले क्रम में आप श्री तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए जाते है ऊपर बताए गए क्रम के बाद यदि आप तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करते हैं तो आपको अपनी यात्रा का संपूर्ण फल प्राप्त होगा और आप जो भी मनोकामना श्री वेंकटेश्वर स्वामी जी के सामने रखते हैं तो वो मनोकामना आपकी अवश्य पूरी होगी।

तिरुपति बालाजी के दर्शन कब करें?:

दोस्तो यदि आप तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए सुखद और सुहावना मौसम जानना चाहते हैं और आपको यात्रा में कोई भी परेशानी न हो, तिरुपति में ज्यादा भीड़ भी न हो तो तिरुपति में जाने का सबसे अच्छा समय जून, जुलाई के महीने से अक्टूबर से फरवरी कहीने तक रहता है। 


इस समय यहां पर भीड़ भी काफी कम देखने को मिलती हैं जिससे कि आप तिरुपति बालाजी जी के दर्शन आसानी से कर सकेंगे और दर्शन करने में आपको काफी कम समय भी लगेगा।

तिरुपति बालाजी मंदिर में पूजा कैसे करें?:

दोस्तो यदि आप तिरुपति बालाजी जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको बता दें कि तिरुपति बालाजी जी को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यहां इस मंदिर में भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी जी को प्रसन्न करने के लिए आपको मंत्र का जाप करना है और इस मंत्र का जाप करने से आपके मन को काफी शांति प्राप्त होगी और आप सच्चे मन से जो भी प्रार्थना श्री वेंकटेश्वर स्वामी जी से करेंगे वो मनोकामना आपकी अवश्य पूरी होगी।

ॐ वेकेंटेश्वराय नमः, श्री मन नारायण नमो नमः, तिरुमल तिरुपति नमो नमः, जय बालाजी नमो नमः।


तिरुपति बालाजी दर्शन टाइमिंग-(Tirupati Balaji Darshan Timing):

दोस्तो तिरुपति बालाजी जी के दर्शन सुबह के 06:30 बजे से शुरू हो जाते है और आपको बता दें कि तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए कुछ नियम है जिनका आपको पालन करना है और वो सभी नियम Heading 1 से लेकर 5 तक की हेडिंग में बताया गया है कि तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने से पहले क्या- क्या करना चाहिए। 

तिरुपति के लिए नए नियम क्या हैं?:

  • तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए आपको एक टोकन प्राप्त करना होता है और उस टोकन को प्राप्त करने के लिए आपके पास आधार कार्ड जरूर होना चाहिए।
  • दोस्तो तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए यह एक बहुत ही अच्छा नियम है कि आपको अपने माथे पर थिरु नामम लगवाना जरूरी है।
  • तिरुपति बालाजी जी के मंदिर में आपको कैमरा या फोन ले जाने की अनुमति नहीं है इस लिए आप ये चीजें अपने रूम पर ही छोड़कर आएं इसके बाद ही आप तिरुपति बालाजी जी के दर्शन कर सकेंगे।
  • जो भी श्रद्धालु तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए पैदल चलता है तो उसे एक छड़ी दी जाती हैं जिससे कि उसकी रक्षा हो सके।
  • तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए दूसरा नया नियम यह है कि 12 वर्ष के कम आयु वाले बच्चों को अपने माता पिता या बच्चा जिसके भी साथ हो उसे केवल सुबह के 5 बजे से लेकर दोपहर के 2 बजे तक की पैदल चलने की अनुमति दी जाएगी।
  • यदि अन्य कोई श्रद्धालु जो की 12 वर्ष से अधिक है तो वह श्रद्धालु सुबह के 5 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक ही पैदल यात्रा करने की अनुमति होती है।
  • तिरुपति बालाजी जी के मंदिर में प्रवेश करने के लिए पुरुषों को धोती कुर्ता जैसे पारंपरिक कपड़े पहनना जरूरी है।
  • तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए बताए गए इन सभी विकल्पों का पालन करना जरूरी है इसके बिना आप तिरुपति बालाजी जी के दर्शन नहीं कर पाएंगे।

निष्कर्ष:

दोस्तो बहुत सारे श्रद्धालु तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए पहली बार जाते हैं और उन्हें यह नहीं पता होता है कि तिरुपति बालाजी के दर्शन करने के लिए नए नियम क्या है तो इस बात को ध्यान में रखकर आज के इस लेख में हमने तिरुपति बालाजी दर्शन के नियम 2024 (Tirupati Balaji Darshan ke Niyam) में कौन- कौन से लागू किए गए हैं और तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने की अन्य पूरी जानकारी को भी विस्तार रूप से बताया है।

तिरुपति बालाजी की यात्रा से संबधित FAQs:

Quest.1 तिरुपति में सबसे पहले किस मंदिर में जाना चाहिए?

Ans.दोस्तो आपको बता दें कि तिरुपति में सबसे पहले आप को श्री आदिवराह स्वामी जी के मंदिर में दर्शन करने के लिए जाना चाहिए। जो कि ऊपर के लेख में 4 नंबर की हेडिंग में विस्तार से बताया गया हैं।

Quest.2 तिरुपति बालाजी मंदिर में कितनी सीढ़ियां है?

Ans.तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए आपको लगभग 3500 से 3550 सीढ़ियां चढ़नी पड़ेगी। जिसके बाद आप मंदिर तक पहुंचेंगे।

Quest.3 तिरुपति बालाजी में घूमने का कुल खर्चा कितना होता हैं?

Ans.दोस्तो यदि आप तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने के लिए एक दिन और एक नाइट स्टे करने का प्लान बनाते हैं तो आपका कुल खर्चा लगभग 3000 से लेकर 5000 तक का हो सकता हैं।

Quest.4 तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने में कितना समय लगता हैं?

Ans.दोस्तो तिरुपति बालाजी जी के दर्शन करने में कम से कम 2 से 4 घंटे का समय लगता है और यह सीजन पर निर्भर करता है कि आप कौन से समय में तिरुपति बालाजी मंदिर के दर्शन करने के लिए जाते हैं।

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