चितकुल में घूमने की 5 खूबसूरत जगहें:जो आपको जरूर देखनी चाहिए

दोस्तो चितकुल भारत के सभी खूबसूरत जगह में से एक हैं जो की हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित हैं और यह एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल होने के साथ साथ यह काफी खूबसूरत स्थान भी है जहां पर घूमने के लिए कई सारी जगह हैं आज के इस लेख में कुछ ऐसी ही खास जगह के बारे में हम आपके लिए लाए है जो की चितकुल में घूमने की जगह (Chitkul Me Ghumne Ki Jagah) में सबसे खास जगह मानी जाती है। इसके साथ साथ चितकुल में घूमने की पूरी जानकारी भी देने की कोशिश करेंगे।

चितकुल में घूमने की जगह

जैसे कि चितकुल में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है व चितकुल में कौन कौन सी एक्टिविटीज कर सकते है और यहां खाने पीने की सुविधा कैसी है आदि सभी चीजों के बारे में विस्तार रूप से बताने की कोशिश करेंगे। इस लिए आप इस लेख को पढ़ते समय एक भी स्टेप मिश न करें।

चितकुल में घूमने की जगह-(Chitkul Me Ghumne Ki Jagah):

चितकुल में घूमने की 5 खूबसूरत जगहें 
#1.बंटसेरी गांव
#2.चारंग चितकुल दर्रा ट्रेक
#3.रक्चम/Rakcham
#4.बेरिंग नाग जी मंदिर
#5.लमखागा दर्रा ट्रैक

#1.बंटसेरी गांव:

दोस्तो बांटसेरी गांव भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के अंतर्गत आने वाले किन्नौर जिले में स्थित एक खूबसूरत गांव होने के साथ यह चितकुल के घूमने लायक जगह में से एक है जो की चितकुल से लगभग 25 से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं और यह गांव सांगला घाटी का एक छोटा सा हिस्सा है। इस गांव तक आप टैक्सी के द्वारा या ऑटो के साथ पहुंच सकते है। यह गांव बसपा घाटी में स्थित हैं।


बंटसेरी गांव को एक खूबसूरत हिल स्टेशन के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इस गांव के आस पास काफी ऊंचे पहाड़ों की श्रंखला और हरियाली देखने को मिलती है जिससे कि इस गांव की सुंदरता दोगुनी हो जाती हैं और इसी सुंदरता को देखने के लिए चितकुल में आने वाले सभी पर्यटक यहां जरूर जाते हैं।

#2.चारंग चितकुल दर्रा ट्रेक:

दोस्तो हिमाचल प्रदेश राज्य के अंतर्गत आने वाले सभी ट्रैकिंग वाली जगह में से यह भी सबसे खास ट्रैकिंग वाली जगह मानी जाती है जिसकी लंबाई करीबन 60 किलोमीटर की है और चरंगला से इस इसकी ऊंचाई करीबन 17198 फिट की है और आगे जाकर चितकुल में इस दर्रा ट्रैक की ऊंचाई 11352 फिट की रह जाती है। यह एक काफी ऊंचाई वाली ट्रैकिंग की जगह है और यदि आल ट्रैकिंग के सौखीन है तो आप इस जगह पर जाना बिल्कुल भी न भूलें। 


दोस्तो एक जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि इस चारंग चितकुल दर्रा ट्रेक को पर्यटकों के लिए कब खोला गया था तो इस ट्रैकिंग वाली जगह को पर्यटकों के लिए सन् 1994 में पूरी तरह से खोल दिया गया था। यह दर्रा ट्रैकिंग वाली जगह को चारंग घाटी के नाम से भी जाना जाता है।

#3.रक्चम/Rakcham:

दोस्तो रक्चम भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के अंतर्गत आने वाले किन्नौर जिले में स्थित एक बेहद खूबसूरत स्थान है और यह स्थान बसपा नदी के किनारे स्थित है और इसके साथ यह चारों तरफ से खूबसूरत हरे भरे पहाड़ों से घिरा हुआ हैं और ये सभी पहाड़ सर्दियों के मौसम में बर्फ से ढक जाते है जिससे कि इस जगह की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं। दोस्तो रक्चम गांव चितकुल से लगभग 20 से 25 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है।


दोस्तो यदि आप बर्फबारी वाली जगह को देखने का शौक रखते हैं तो आप यहां अक्टूबर के महीने से लेकर फरवरी के महीने तक जाएं। दोस्तो यदि आप चितकुल में घूमने का ट्रिप प्लान बना चुके हैं तो आप अपनी लिस्ट में इस खूबसूरत डेस्टिनेशन को जरूर शामिल करें।

#4.बेरिंग नाग जी मंदिर:

दोस्तो बेरिंग नाग जी का मंदिर हिमाचल प्रदेश राज्य के सभी प्रसिद्ध और दर्शनीय स्थलों में से एक है जो की भगवान जगश (शिव जी) को समर्पित मंदिर है और चितकुल में आने वाले सभी पर्यटक और श्रद्धालु यहां भगवान जगश (शिव जी) के दर्शन करने के लिए जरूर जाते है। दोस्तो इस मंदिर के खुलने का जो समय रहता है वो सुबह के 06:00 बजे से लेकर शाम के 06:00 बजे तक रहता है इस समय के रहते आप किसी भी समय भगवान शिव जी के दर्शन करने के लिए जा सकते हैं।


दोस्तो बेरिंग नाग जी का मंदिर किन्नौर जिले का सबसे प्रमुख मंदिर माना जाता है और इस मंदिर में प्रवेश करने का शुल्क बिल्कुल फ्री रहता है दोस्तो आप इस मंदिर में भगवान शिव जी के दर्शन करने के लिए जरूर जाएं।

#5.लमखागा दर्रा ट्रैक:

दोस्तो लमखागा दर्रा ट्रैक हिमाचल प्रदेश के सभी प्रमुख ट्रैकिंग वाली जगह में से एक है जो की चितकुल से लमखागा दर्रा ट्रैक की शुरुआत हो जाती है और इस लमखागा दर्रा ट्रैक की ट्रैकिंग जो है वो काफी कठिन रहती हैं क्योंकि इस जगह की काफी खड़ी चढ़ाई और दरार वाली ट्रैकिंग है इस लिए जिन ट्रैकर्स को ट्रैकिंग करने का अनुभव रहता है वहीं ट्रैकर्स ऐसी जगह पर जाते है। लमखागा दर्रा ट्रैक की ट्रैकिंग कठिन होने के साथ- साथ इसकी ऊंचाई जो है वो 5280 मीटर की है जो की काफी ज्यादा है।


इसकी ट्रैक की लंबाई  लगभग 9 किलोमीटर की है जिसे पूरा करने में कम से कम 6 से 8 घंटे का समय लगता है और साथ ही आपको बता दें कि इस जगह पर जो जाने का सबसे अच्छा समय रहता है वो मई जून के महीने से लेकर अक्टूबर के महीने तक रहता है।

चितकुल में जाने का सबसे अच्छा समय:

दोस्तो चितकुल में घूमने का जो सबसे अच्छा समय रहता है वो गर्मियों के मौसम का रहता हैं क्योंकि यदि आप सर्दियों के मौसम में यहां जाते हैं तो यहां काफी ज्यादा बर्फबारी होती है जिसकी वजह से इस गांव के लोग निचले भाग में चले जाते है और अप्रैल या मार्च के महीने में वापस आ जाते हैं। इस लिए दोस्तो आप सर्दियों के मौसम में चितकुल में घूमने की जगह को घूमने जाने से बचें।


लेकिन यदि आप स्नोफॉल का आनन्द लेना चाहते हैं और आप बर्फबारी जैसी जगह को घूमना चाहते हैं तो आप सर्दियों के मौसम में ही जाएं और यदि आप सर्दियों के मौसम में चितकुल में घूमने के लिए जाते हैं तो ध्यान रहे कि आप अपने साथ गर्म कपड़े जरूर रखें।

चितकुल में की जाने वाली गतिविधियां (एक्टिविटीज):

दोस्तो हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के अंतर्गत चितकुल में आप घूमने के साथ साथ कई सारी एक्टिविटी भी कर सकते है क्योंकि दोस्तो चितकुल केवल ट्रैकिंग के लिए ही नहीं मशहूर है बल्कि यहां पर कई सारी एक्टिविटीज कर सकते है जिसमें कुछ एक्टिविटी ऐसी है जो की आपकी काफी फेवरेट हो सकती हैं।

1.ट्रैकिंग/Tracking: 

दोस्तो चितकुल में कई सारी ऐसी जगह है जो की ट्रैकिंग के लिए ही जानी जाती है जैसे कि सांगला घाटी ट्रैक, किन्नौर कैलाश ट्रैक, लमखागा दर्रा ट्रैक, बसपा घाटी ट्रैक आदि और भी कई सारी ऐसी जगह है जहां पर आप ट्रैकिंग करने के लिए जा सकते हैं।

2.कैंपिंग/Camping:

दोस्तो हिमाचल प्रदेश राज्य के किन्नौर जिले में चितकुल एक ऐसी जगह है जहां पर कैंपिंग करने के लिए कई सारी जगह है जहां पर आप कैंपिंग कर सकते हैं जैसे कि सांगला घाटी जहां पर आप कैंपिंग कर सकते हैं सांगला घाटी बसपा नदी के पास में स्थित एक काफी शांत और शुद्ध वातावरण वाली जगह है।

3.रिवर राफ्टिंग/River Rofting:

दोस्तो रिवर राफ्टिंग एक्टिविटी कुछ पर्यटकों के लिए काफी खास हो सकती है जो की आपको चित कुल के आस पास कई सारी रिवर राफ्टिंग वाली जगह देखने को मिल जाएगी और दोस्तो आपको जानकारी के लिए बता दे कि राफ्टिंग वाली जगह अपनी बर्फीली सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जानी जाती हैं। इसी की वजह से यह एक्टिविटी हर पर्यटक करना चाहता है।

चितकुल में खाने पीने की सुविधा:

दोस्तो चितकुल भारत के हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित एक छोटा सा गांव है जो की काफी खूबसूरत और शांत वातावरण वाली जगह है यहां पर खाने पीने की जो सुविधा रहती है वो छोटे मोटे ढाबों और होटलों पर रहती हैं क्योंकि यह एक छोटा गांव होने के कारण यहां पर बड़े रेस्टोरेंट और ढाबा बहुत ही कम है। यहां के कई सारे प्रसिद्ध व्यंजन हैं जो की नीचे लेख में बताए गए हैं इन्हें आप एक बार खाकर जरूर ट्राई करें।
  • पठारी- (रोटियां)
  • चुरोट 
  • सपलू 
  • काली दाल 
  • सैलबा 
  • चिबू 
  • सिद्धू

निष्कर्ष:

दोस्तो आज के इस लेख में हमने आपको चितकुल में घूमने की जगह (Chitkul Me Ghumne Ki Jagah) के बारे में बताया है जो की चितकुल के घूमी जाने वाली जगह में से सबसे खास जगह मानी जाती है और चितकुल में घूमने वाली जगह के साथ साथ आपको घूमने की जानकारी भी दी है कि चित कुल में घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा रहता हैं और यहां पर आप कौन कौन सी एक्टिविटीज कर सकते है मुझे आशा है कि आपको यह जानकारी अवश्य पसंद आई होगी। यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगे तो इसे आप अपने दोस्तो के पास जरूर शेयर करें।

चित कुल की यात्रा से संबधित FAQ:

Quest.1 चितकुल में घूमने के लिए कितने दिन चाहिए?

Ans.दोस्तो आपको बता दें कि चित कुल में सभी फेमस जगह को घूमने में कम से कम 2 से 3 दिन का समय लगता है इस लिए आपके पास चितकुल में घूमने के लिए इतना समय जरूर होना चाहिए।

Quest.2 चितकुल में घूमने का खर्चा कितना आता है?

Ans.दोस्तो यदि आपका बचट बहुत ही कम है तो आपका चित कुल में 2 से 3 दिन का घूमने का जो खर्चा रहता है वो लगभग 8 हजार से लेकर 15 हजार रुपए तक का हो सकता हैं।

Quest.3 चितकुल सबसे ज्यादा क्यों प्रसिद्ध है?

Ans.दोस्तो चितकुल किन्नौर जिले का एक छोटा सा गांव है जो कि अपनी सुंदरता व आस पास के हिल स्टेशन, पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध हैं।

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